shabda-sankalan
Friday, February 25, 2011
मैं सोच रहा था ..
आज का दिन .. फिर कहलाएगा .. कल .. बीता हुआ दिन .. और आने वाला कल .. कहलायेगा .. फिर .. आज का दिन .. मैं सोच रहा था ..
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