shabda-sankalan
Saturday, May 12, 2012
गांव की पगडंडी में एक बैलगाड़ी चली जा रही थी और .. उसके नीचे एक चार पैर वाला जानवर भी चल रहा था .. चार पैर वाला वह जानवर सोच रहा था कि जैसे बैलगाड़ी वह खुद चला रहा है .. वो बता रहे थे .. मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था ..
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment